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Monday, 28 October 2024

नाश्ते में मैगी खा लें, लेकिन भूलकर भी न छुएं छोले भटूरे, अमेरिका के डॉक्टर ने क्यों यही बात?


Chole Bhature in Breakfast : सुबह का ब्रेकफास्ट सेहत के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण होता है, लेकिन यह तभी फ़ायदेमंद होगा, जब इसमें सेहतमंद चीजें शामिल की जाएं. ऐसे में सवाल होता है कि सुबह नाश्ते में क्या खाएं और क्या नहीं. दिन की शुरुआत किस तरह के फूड्स से करनी चाहिए, ताकि सेहतमंद रहें.

आपके इसी सवाल का जवाब अमेरिकी डॉक्टर रवि के गुप्ता (Ravi K Gupta) ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में दिया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि सुबह के वक्त भूलकर भी छोले भटूरे नहीं खाने चाहिए, क्योंकि यह हानिकारक हो सकता है. सेहत के हिसाब से उन्होंने बताया है कि कौन सा ब्रेकफास्ट अच्छा और कौन सा खराब हो सकता है. 

हेल्थ के लिहाज से सबसे बेस्ट ब्रेकफास्ट

 मैगी

डॉक्टर रवि के गुप्ता का कहना है कि मैगी (Maggi) को बनाना आसान है लेकिन इसमें पौष्टिक तत्व नहीं पाए जाते हैं, ऐसे में इसे ब्रेकफास्ट में खाना नुकसानदेह हो सकता है. इसे सिर्फ मजबूरी में खा सकते हैं.

 डोसा

डॉक्टर का कहना है कि डोसा (Dosa) यह एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है, स्टीम्ड होने के चलते ब्रेकफास्ट में रोज खा सकते हैं. इससे सेहत को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होता है. यह एक अच्छा फूड है.

 इडली

डोसा की तरह ही इडली (Idli) भी स्टीम्ड और हेल्दी ब्रेकफास्ट है. इसे नाश्ते में रोजाना खा सकते हैं. इससे सेहत को एक नहीं कई सारे फायदे मिलते हैं. पेट को भी काफी आराम मिलता है. यह दिनभर एनर्जी बनाए रखता है और मोटापा नहीं बढ़ने देता है.

ब्रेड ऑमलेट

डॉक्टर रवि के गुप्ता बताते हैं कि अंडा (Egg) प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. इससे शरीर को कई बेनिफिट्स मिलते हैं. इसे रोज खाना फायदेमंद हो सकता है. इससे बनने वाला ब्रेड ऑमलेट ब्रेकफास्ट में शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है.

 आलू पराठा

आलू पराठा भी बहुत से लोग सुबह-सुबह खाना पसंद करते हैं. इसे दही के साथ खाने से प्रोटीन अच्छा मिल सकता है. तेल की बजाय थोड़ा सा देसी घी इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. ब्रेकफास्ट में यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

 पोहा

सुबह के नाश्ते में पोहे को अच्छे विकल्प के तौर पर ले सकते हैं. यह चावल से बना होता है. अगर इसमें वेजिटेबल्स के साथ मिलाकर बनाएं तो रोजना खा सकते हैं. इससे जल्दी भूख नहीं लगती और मोटापा भी नहीं बढ़ता है.

 छोले भटूरे

छोले भटूरे तले-तले होते हैं. इनमें तेल और वसा की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है. इसे ब्रेकफास्ट में खाने से बचना चाहिए. इससे जितना दूर रहेंगे, उतनी ही सेहत अच्छी रहेगी. इसके अलावा छोले-कुचले भी खाना खतरनाक हो सकता है. हालांकि, इसे कभी-कभी खा सकते हैं लेकिन रोज नहीं.

छोले-भटूरे के क्या नुकसान हैं

पेट खराब होता है

मोटापा तेजी से बढ़ता है

हड्डियों को कमजोर बनाता है

मैदे की वजह से फूड एलर्जी का डर

मैदे की वजह से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है

मैदे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक होने के ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ सकता है यानी डायबिटीज का खतरा

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Thursday, 24 October 2024

सर्दियों में आपको भी होता है बार-बार सर्दी-जुकाम तो शरीर में है ये दिक्कत, ऐसे करें इलाज


एस्कॉर्बिक एसिड एक बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व है. इसे आम तौर पर विटामिन सी कहा जाता है. यह पाचन यानी पेट और ओवर ऑल हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करता है. लेकिन इसे इम्युनिटी बूस्टर के रूप में सबसे ज़्यादा जाना जाता है. अगर किसी इंसान के शरीर में इसकी कमी हो जाए तो सर्दी, खांसी, फ्लू और वायरल बुखार का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो एस्कॉर्बिक एसिड से भरपूर फूड आइटम खा सकते हैं.

अगर किसी व्यक्ति के शरीर में इस एसिड की कमी है तो उसे बार-बार सर्दी जुकाम का सामना करना पड़ेगा. ऐसी स्थिति में हम आपको बता रहे हैं खास टिप्स. जिसकी मदद से आप इस एसिड की कमी को पूरी कर सकते हैं. 

अमरूद: अमरूद एक ऐसा फल है जो भारत में बहुत लोकप्रिय है, इसका गूदा लाल और सफेद होता है। आमतौर पर इसे बेहतर पाचन के लिए खाया जाता है, लेकिन यह विटामिन सी का भी एक समृद्ध स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. एक अमरूद खाने से 125 मिलीग्राम एस्कॉर्बिक एसिड मिलेगा जो दैनिक आवश्यकता का 138 प्रतिशत है.

 केल: हरी पत्तेदार सब्जियों में केल को बहुत पौष्टिक माना जाता है और आमतौर पर इसका इस्तेमाल सलाद के रूप में किया जाता है. अगर आप 100 ग्राम कच्चा केल खाते हैं, तो आपको 93 मिलीग्राम एस्कॉर्बिक एसिड मिलेगा जो दैनिक आवश्यकता का 103 प्रतिशत है. 

कीवी: कीवी एक बहुत ही पौष्टिक फल है। भले ही यह थोड़ा महंगा हो, लेकिन इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. अगर आप एक मध्यम आकार का कीवी खाते हैं, तो आपको 56 मिलीग्राम विटामिन सी मिलेगा जो दैनिक आवश्यकता का 62 प्रतिशत है.

नींबू: हम नींबू का सेवन कई तरह से करते हैं. इसका सेवन सबसे ज्यादा नींबू पानी और सलाद के रूप में किया जाता है. एक नींबू में 45 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जो कि दैनिक आवश्यकता का 50 प्रतिशत है. नींबू उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं.

संतरा: खट्टे फलों को विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत माना जाता है, उनमें से एक संतरा है. अगर आप इसे खाते हैं, तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाएगी. एक मध्यम आकार के संतरे में 83 मिलीग्राम विटामिन सी होता है जो कि दैनिक आवश्यकता का 92 प्रतिशत है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Thursday, 3 October 2024

Navratri Fasting Tips: नवरात्रि में हर गर्भवती महिला को इन टिप्स को करना चाहिए फॉलो


 

Navratri 2024: 3 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू है इस दौरान कई लोग ऐसे हैं जो उपवास रखते हैं. प्रार्थना और पारिवारिक समारोहों के साथ इसे मनाने के लिए एक्साइटेड रहते हैं. हालांकि, गर्भवती महिलाओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है. जबकि उपवास को अक्सर शरीर और मन को साफ और शरीर की गंदगी निकालने के रूप में देखा जाता है. लेकिन गर्भवती महिला को इस दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. 

गर्भवती महिला को करना चाहिए ये काम

गर्भवती महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना चाहिए. नवरात्रि के दौरान यह सुनिश्चित करना सबसे जरूरी  है कि आपके शरीर को कितना प्रतिशत पोषक तत्व मिल रहा है.  पूरे दिन उपवास रखने के बजाय अपने डाइट को स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें.

'इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ हेल्थ पॉलिसी एंड मैनेजमेंट' के अनुसार गर्भावस्था के दौरान उपवास करने से मां को तेजी से भूख लग सकती है और भ्रूण को नुकसान हो सकता है. ऐसा करने से भ्रूण को नुकसान हो सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं ऐसा करने से बच्चे और मां को दूसरी कई तरह की बीमारियां हो सकती है जैसे-गुर्दे की बीमारियों, टाइप 2 मधुमेह और कोरोनरी हृदय रोग सहित कई सारी बीमारियां.

गर्भवती महिलाओं को पूरे दिन खाते-पीते रहना चाहिए

पूरी तरह से भोजन से परहेज करने के बजाय, गर्भवती महिलाएं को आंशिक उपवास या फल उपवास करना चाहिए. आप अपने आहार में आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ जैसे फल, मेवे और दही शामिल कर सकते हैं. विटामिन और खनिज से भरपूर डाइट लें.

उपवास के दौरान ये चीजें जरूर खाएं

 फल: केले, सेब और अनार विटामिन और फाइबर प्रदान करते हैं मेवे: बादाम और अखरोट स्वस्थ वसा और प्रोटीन के उत्कृष्ट स्रोत हैं डेयरी: दही या पनीर कैल्शियम और प्रोटीन के अच्छे स्रोत हो सकते हैं हाइड्रेटेड रहें हाइड्रेशन महत्वपूर्ण है, खासकर गर्भावस्था के दौरान उपवास करते समय, बहुत सारे तरल पदार्थ पीना महत्वपूर्ण है.

2023 के एक अध्ययन के अनुसार, पोषक तत्वों के चयापचय में पानी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह पोषक तत्वों के पाचन, अवशोषण, परिसंचरण और उत्सर्जन के लिए महत्वपूर्ण है. गर्भावस्था के दौरान, शरीर को भोजन और ऊर्जा की आवश्यकता बढ़ जाती है, जिसके लिए पानी का अधिक सेवन भी आवश्यक है.

By : एबीपी लाइव | Edited By: Swati Raj Laxmi | Updated at : 03 Oct 2024 07:36 AM (IST)