Friday, 6 September 2024

Chai And Cholesterol: क्या चाय पीने से भी बढ़ सकता है आपका कोलेस्ट्रॉल? जानें क्या हो सकते हैं खतरे

 



Chai for Cholesterol : भारत में ज्यादातर लोगों के दिन की शुरुआत चाय या कॉफी से होती है. कई लोग तो दिन में कई-कई बार चाय या कॉफी पीते हैं. कुछ लोग आलस भगाने के लिए चाय पीना पसंद करते हैं. इससे इंस्टैंट एनर्जी और ताजगी महसूस होती है. हालांकि ज्यादा चाय (Chai Benefits and Side Effects) सेहत के लिए ठीक नहीं है. इससे कई दिक्कतें हो सकती हैं. नींद और भूख तक प्रभावित हो सकती है. इतना ही नहीं हार्ट तक की बीमारी हो सकती है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. आइए जानते हैं...

ज्यादा चाय पीने से क्या नुकसान

1. ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, सैचुरेटेड फैट बढ़ता है.

2. एसिडिटी की समस्या

3. मुंहासे, पिंपल्स

4. नींद कम आना

5. पेट के अंदरुनी सतह पर घाव यानी अल्सर

6. हड्डियों को नुकसान

7. डिहाइड्रेशन

8. घबराहट हो सकती है

कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है

खानपान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्टाइल की वजह से कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ सकता है. इसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कोरोनरी आर्टरी डिजीज का जोखिम रहता है. शरीर में अनहेल्दी फैट जमा होने से यह धमनियों में जम जाता है और ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित कर सकता है. जिससे हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है. यही कारण है कि डॉक्टर हाई कोलेस्ट्रॉल में सावधान रहने के लिए कहते हैं.

क्या चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ज्यादा दूध वाली चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट बढ़ता है. इससे आर्टरी यानी धमनियां सिकुड़ जाती है और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, दूध वाली चाय मेटाबॉलिज्म को कमजोर कर सकता है. इसकी वजह से शरीर में फैट बर्निंग प्रॉसेस कमजोर होता है. बहुत ज्यादा दूध वाली चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है. हालांकि, हर्बल चाय पी सकते हैं लेकिन उसकी भी एक लिमिट होनी चाहिए.

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से क्या खतरें

1. दिल की सेहत बिगड़ सकती है.

2. हार्ट अटैक, स्ट्रोक का खतरा

3. चेस्ट पेन हो सकता है.

4. हाथ-पैर सुन्न हो सकते हैं.

5. गॉलस्टोन का जोखिम

6. ब्लड फ्लो घटता है.

7. जबड़ों में दिक्कत सकती है.

8. मेमोरी पर असर, ब्रेन स्ट्रोक का खतरा

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Mobile And Cancer: क्या ज्यादा मोबाइल चलाने से भी हो रहा है ब्रेन कैंसर? जान लें इस सवाल का जवाब

 


Mobile And Cancer : मोबाइल फोन सिर्फ आपकी नींद ही खराब नहीं कर रही है, इसका शरीर और दिमाग पर भी बुरा असर पड़ रहा है. कई लोग तो यहां तक दावा भी करते हैं कि स्मार्टफोन चलाने से ब्रेन कैंसर (Brain Cancer) तक हो सकता है. हालांकि, WHO की एक रिपोर्ट में इससे इनकार किया गया है.

अपनी रिपोर्ट में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने बताया कि मोबाइल फोन से ब्रेन कैंसर नहीं होता है. दो दशक पुरानी रिपोर्ट्स का रिव्यू करने के बाद डब्यूएचओ को स्मार्टफोन और ब्रेन कैंसर का कोई कनेक्शन नहीं मिला है.

क्या करती है WHO की रिपोर्ट

ऑस्ट्रेलियन रेडिएशन प्रोटेक्शन और न्यूक्लियर सिक्योरिटी एजेंसी की अगुआई में हुई इस स्टडी में मोबाइल फोन और इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर किए गए 5 हजार से ज्यादा अध्ययनों का रिव्यू किया गया.

फाइनल एनालिसिस में 1994 और 2022 के बीच इंसाने पर होने वाले मोबाइल के साइड इफेक्ट्स के 63 अध्ययनों को शामिल किया गया. इस शोध में शामिल प्रोफेसर केन कारिपिडिस ने बताया कि कई स्तर पर जांच के बाद पाया गया कि मोबाइल से ब्रेन कैंसर होने का कोई प्रमाण नहीं मिलता है.

क्या फोन के रेडिएशन से हो सकता है ब्रेन कैंसर

इस स्टडी में लंबे समय तक मोबाइल चलाने वालों के ब्रेन, मेनिन्जेस, पिट्यूटरी ग्लैंड और कान के कैंसर, लार ग्रंथि ट्यूमर और ब्रेन ट्यूमर पर फोकस दिया गया. प्रोफेसर कारिपिडिस ने बताया कि हम कॉल करते समय सिर के पास फोन रखते हैं, इसलिए चिंता सताती है कि इससे निकलने वाले रेडिएशन से ब्रेन कैंसर हो सकता है, जिसे लेकर पहले के अध्ययनों में अलर्ट किया गया था. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस अध्ययन से पूरी तरह निश्चिंत नहीं हो सकते हैं, इसलिए मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि इससे कई अन्य तरह के भी खतरे हैं.

स्मार्टफोन रेडिएशन के साइड इफेक्ट्स

1. स्मार्टफोन के रेडिएशन से नींद में खलल पड़ रही है, जिससे कई समस्याएं जन्म ले सकती हैं.

2. मोबाइल फोन का रेडिएशन मेटाबोलिक चेंजेस लाता है, जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है.

3. मोबाइल से निकलने वाले रेडिएशन से स्पर्म क्वालिटी पर प्रभाव पड़ सकता है, इससे फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती है.

4. लगातार फोन पर बात करने से सिरदर्द, चक्कर की समस्या

5. लगातार रेडिएशन में रहने से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिससे सर्दी-जुकाम, लूज मोशन, थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.