Tuesday 30 July 2024

Platelet Count: डेंगू ही नहीं इस बीमारी में भी कम हो जाती हैं प्लेटलेट्स, ये हैं लक्षण

अगर किसी को डेंगू नहीं है.बावजूद इसके शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1 लाख से नीचे आ गई है या लगातार कम हो रही है तो सावधान हो जाना चाहिए.ऐसा इमूयुन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया बीमारी की वजह से हो सकता है.


 

इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया क्या है

Immune Thrombocytopenic : डेंगू के कुछ मरीजों का प्लेटलेट्स काउंट गिर जाता है, जो बेहद खतरनाक माना जाता है. 50,000 से कम प्लेटलेट्स काउंट होना जानलेवा हो सकता है. यही कारण है कि खानपान और सही इलाज की सलाह दी जाती है.


डेंगू (Dengue) के अलावा एक बीमारी और भी है, जिसमें प्लेटलेट्स काउंट कम हो जाता है. इस बीमारी का नाम इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (Immune Thrombocytopenic) है. यह बीमारी ब्लड में होती है. आइए जानते हैं इसका कारण, लक्षण और बचने के उपाय...

इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का कारण


इस बीमारी का अभी तक कोई सटीक कारण नहीं मिल पाया है. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि शरीर के इम्यून सिस्टम में किसी गड़बड़ी की वजह से ये बीमारी होती है. इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम ही प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचाने का काम करता है और उसे घटा देता है.


इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया का पता कैसे चलता है


सीबीसी और पीएस टेस्ट से इस बीमारी का पता लगता है. कुछ मामलों में डेंगू से रिकवर होने के बाद मरीज इस बीमारी की चपेट में जाता है. अगर किसी इंसान को डेंगू नहीं है. बावजूद इसके उसके शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1 लाख से नीचे गई है या लगातार कम हो रही है तो सावधान हो जाना चाहिए. ऐसा इमूयुन थ्रोम्बोसाइटोपेनिया की वजह से हो सकता है. हालांकि, यह बीमारी कॉमन नहीं है, फिर भी इसके लक्षण नजर आने पर टेस्ट करवाना चाहिए. डॉक्टर दवाईयों की मदद से इसके लक्षणों को कंट्रोल करते हैं.

 

इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के लक्षण


 

1.       डेंगू के बिना प्लेटलेट्स काउंट गिरना


2. स्किन पर छोटे-छोटे चकत्ते बनना


3. मसूड़ों, मुंह और नाक से खून निकलना


4. शरीर पर बड़े साइज के चोट के निशान बन जाना


5. घुटने या कोहनी के जोड़ पर जख्म बन जाना


6.  हर वक्त थकान बने रहना


7.  पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग

 

इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया से कैसे बचें


चूंकि यह बीमारी इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से होती है, इसलिए इससे बचने का कोई खास तरीका नहीं है लेकिन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर इससे बचा जा सकता है. शरीर में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने के लिए डॉक्टर से दवाईयां लें और इलाज करवाएं. इससे इस बीमारी को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं.

 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Friday 26 July 2024

How to Prevent Seasonal Diseases with Neem Tea

     Neem has long been a part of our traditional medical treatment in India. It has antiseptic and antiviral properties that aid in the healing of internal and external wounds. The book "Ayurveda for All" states that Neem helps us balance our "vata," or neuromascular disorders. Effective Ayurvedic Self-Cure for Common and Chronic Ailments Additionally, it enhances free radical scavenging and aids in blood flushing of toxins.


    Neem tea can probably be prepared in as many different ways as there are countries where it is regarded as the "healer of all ailments." Filling a cup with very hot water, adding five neem leaves, and letting it cool is the easiest way to make a single cup of tea. This tea is perfect for the "K-cup" coffee makers; just remove the K-cup before brewing.)


    Add your preferred sweetener, but do not strain the tea as the bulky whole leaf will remain in the cup's bottom.

    An automatic drip coffee maker is easiest to use for larger quantities. After thoroughly cleaning the basket to eliminate any taste of coffee in your neem tea, fill the water container. Turn on the machine and place a few neem leaves in the coffee pot, not the basket. Serve after about five minutes of heating.

    Keep the tea in the refrigerator if you plan to use it frequently. This will keep the flavor fresh.

Significant NOTE: The majority of people are more likely to appreciate the flavor of a weaker neem tea over a stronger one. The tea becomes much more bitter if it is overcooked or if the quantity of neem leaf is increased. 


Type of Neem

Directions

Fresh neem leaf

Place five neem leaflets in a cup of water, allow to cool, then sweeten to taste

Dry neem leaf

Same as above, taste may be stronger but you can add more water or use less leaf the next time you brew tea

Tea-cut neem leaf

Use a heaping ¼ teaspoon per cup of water

Neem leaf powder

Use a scant ¼ teaspoon per cup of water. Allow to cool

Neem bark powder

Use a scant ¼ teaspoon per cup of water or add a tablespoon to the coffee in your automatic drip coffee maker for a New Orleans-style chicory taste.

Neem leaf tea with peppermint

Use ¼ to ½ teaspoon in a cup of very hot water, allow to cool and then sweeten to taste.

Neem bark powder with cinnamon

Use ¼ to ½ teaspoon in a cup of very hot water, allow to cool and then sweeten to taste.

Supercritical neem drops

Add three to five drops of supercritical neem extract (we like the bark and peppermint version) to a cup of very hot water, stir well and sweeten to taste.